फिबोनाची रिट्रेसमेंट (Fibonacci Retracement)

फिबोनाची रिट्रेसमेंट एक लोकप्रिय तकनीकी टूल है, जिसका उपयोग स्टॉक मार्केट में संभावित सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तरों को पहचानने के लिए किया जाता है। यह टूल फिबोनाची संख्या श्रंखला (Fibonacci Sequence) के सिद्धांतों पर आधारित है। इसका उपयोग विशेष रूप से एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स तय करने और मार्केट ट्रेंड को समझने में किया जाता है।


1. फिबोनाची के सिद्धांत (Principles of Fibonacci)

फिबोनाची संख्या श्रंखला (Fibonacci Sequence):

महत्वपूर्ण फिबोनाची रेशियो:

कैसे काम करता है?


2. रिट्रेसमेंट स्तर की पहचान (Identifying Retracement Levels)

फिबोनाची रिट्रेसमेंट टूल का उपयोग:

प्रमुख रिट्रेसमेंट स्तर:

चार्ट पर रिट्रेसमेंट का उपयोग:


3. एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स का निर्धारण (Determining Entry and Exit Points)

एंट्री पॉइंट्स (Entry Points):

एग्जिट पॉइंट्स (Exit Points):

स्टॉप लॉस सेट करें:


फिबोनाची रिट्रेसमेंट का उपयोग कैसे करें?

संकेतकों के साथ संयोजन (Combining with Other Indicators):

ट्रेडिंग रणनीति:

लंबी अवधि और छोटी अवधि:


फायदे और सीमाएं (Advantages and Limitations)

फायदे:

सीमाएं:


निष्कर्ष (Conclusion):

फिबोनाची रिट्रेसमेंट तकनीकी एनालिसिस में एक अत्यंत उपयोगी टूल है। यह संभावित सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तरों को पहचानने में मदद करता है और एंट्री और एग्जिट रणनीतियों को सटीक बनाता है। हालांकि, इसे अन्य इंडिकेटर्स के साथ संयोजन में उपयोग करना चाहिए ताकि बेहतर परिणाम मिल सकें।

अगले लेख में: हम चर्चा करेंगे सपोर्ट और रेजिस्टेंस (Support and Resistance)